नई दिल्ली, 29 अक्टूबर ।डब्ल्यूएचओ WHO की ग्लोबल टीबी रिपोर्ट के अनुसार, भारत में 2021 में कुल 21.4 लाख टीबी के मामले नोटिफाई किए थे जो 2020 की तुलना में 18 प्रतिशत अधिक है। देश भर में 22 करोड़ से अधिक लोगों ने इस बीमारी की जांच कराई है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत सरकार की पहल के तहत 40,000 से अधिक निक्षय मित्र पूरे देश में 10.45 लाख से अधिक टीबी रोगियों की मदद कर रहे हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन 27 अक्टूबर को रिपोर्ट जारी की थी और और पाया कि दुनिया भर में टीबी के निदान, उपचार और बीमारी पर कोविड-19 महामारी का असर रहा।
सरकार ने कहा कि घर-घर जाकर सक्रिय केस मरीजों की जांच के लिए अभियान चलाया जा रहा है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि कोई घर छूटे नहीं। इसका उद्देश्य समुदाय में बीमारी के संचरण को रोकने के लिए अधिक से अधिक मामलों का पता लगाना है, जिससे मामलों में गिरावट आई है। भारत ने मामलों का पता लगाने के प्रयासों को मजबूत करने के लिए नैदानिक क्षमता को भी बढ़ाया है। स्वदेशी रूप से विकसित आणविक निदान ने आज देश के हर हिस्से में निदान की पहुंच का विस्तार करने में मदद की है। बयान में कहा गया है कि भारत के पास देश भर में 4,760 से अधिक आणविक निदान मशीनें हैं, जो हर जिले में पहुंच रही हैं।