लखनउ, 7 नवम्बर । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आयुष कॉलेजों के दाखिलों में हेराफेरी मामले की जांच सीबीआई से कराने का फैसला लेते हुए निदेशक प्रो. एसएन सिंह सहित दो लोगों को निलबिंत कर दिया हेै ।
विभागीय जांच में 22 ऐसे अभ्यर्थी मिलें हैं, जो नीट 2021 में शामिल नहीं हुए और उन्हें दाखिला मिल गया। आयुर्वेद, होम्योपैथ और यूनानी के कुल 891 छात्रों के दाखिले में गड़बड़ी की रिपोर्ट देते हुए आयुर्वेद निदेशक प्रो. एसएन सिंह ने केस दर्ज कराया है।
इसमें काउंसिलिंग कराने वाली संस्था अपट्रॉन, उसके द्वारा तय की गई वेंडर एजेंसी वी3 सॉल्यूशन और उसके प्रतिनिधि कुलदीप सिंह व अन्य नामजद हैं। मामले की जांच एसटीएफ कर रही है। इसी बीच सीबीआई से भी जांच कराने के निर्देश दे दिए गए। मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद राज्य सरकार इस मामले की सीबीआई जांच के लिए सीबीआई को अधिकारिक सिफररिश किसी भी समय भेजी जा सकती है ।