डाबला:श्रीगंगानगर:, 22 जनवरी। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि बिश्नोई समाज का पर्यावरण संरक्षण और जीव रक्षा हित में अमूल्य योगदान रहा है। इसी लिए समाज की देश-दुनिया में अलग पहचान है।
गहलोत शनिवार को श्रीगंगानगर जिले के रायसिंहनगर स्थित श्री बिश्नोई मंदिर समिति बुड्ढा जोहड़ (डाबला) में आयोजित श्री जम्भवाणी हरि कथा के समापन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
गहलोत ने कहा कि श्री जम्भेश्वर भगवान की शिक्षा और उनके आदर्श आज भी प्रासंगिक हैं। उन्होंने पर्यावरण संरक्षण और जीव रक्षा हित के लिए जो दिशा दिखाई थी, समाज उसी पर चलकर कार्य कर रहा है। उन्होंने खेजड़ली बलिदान को भी याद किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए चार सालों में 211 नए महाविद्यालय खोले हैं, जिनमें 94 कन्या महाविद्यालय हैं। साथ ही, जिस भी राजकीय विद्यालय में 500 छात्राएं हैं, वहां कन्या महाविद्यालय संचालित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि आगामी बजट युवाओं और विद्यार्थियों पर केंद्रित रहेगा।
उन्होंने डाबला में महाविद्यालय की मांग को पूरा करने के लिए आश्वस्त किया। गहलोत ने कहा कि सरकार किसानों के सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है। किसानों के पाले से प्रभावित खेतों में गिरदावरी करवाई जा रही है।
गहलोत ने फ्लैगशिप योजनाओं के बारे में कहा कि राजस्थान जैसी योजनाएं देश में और कहीं भी नहीं है। मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में 10 लाख रुपए तक का निःशुल्क उपचार और 5 लाख रुपए तक का दुर्घटना बीमा देने का प्रावधान है। आॅर्गेन ट्रांसप्लांट का सम्पूर्ण खर्च राज्य सरकार वहन कर रही है।
उन्होंने कहा कि ‘कोई भूखा नहीं सोए‘ के संकल्प को साकार करते हुए 8 रुपए में आमजन को इंदिरा रसोई के जरिए सम्मानपूर्वक भोजन करवाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनकल्याणकारी योजनाओं का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार करें, ताकि इनका लाभ गांव-ढांणी तक पहुंच सके। देश में बढ़ी महंगाई से राहत प्रदान करते हुए किसानों और आमजन को राहत प्रदान की गई है, जिससे लगभग 9 लाख किसानों और 40 लाख से अधिक उपभोक्ताओं के बिजली बिल शून्य हो गए हैं।