बीकानेर, 30 सितम्बर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि बीकानेर का भुजिया पापड़ देश-विदेश में प्रसिद्ध है। सभी प्रकार के उद्योगों को प्रोत्साहन देने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है।
उन्होने कहा कि एमएसएमई एक्ट के तहत उद्योगों को विभिन्न प्रकार की अनुमतियों में रियायत दी गई है। पर्यटन को उद्योग का दर्जा दिया गया है। एग्रो बिजनेस, प्रोसेसिंग एवं एक्सपोर्ट की पाॅलिसी बनाई गई है। राज्य सरकार के महत्वपूर्ण फैसलों का ही परिणाम है कि आज बड़ी संख्या में देश-दुनिया के निवेशक प्रदेश की ओर आकर्षित हुए हैं।
गहलोत शनिवार को बीकानेर में आयोजित भुजिया पापड़ व्यवसायियों के साथ संवाद और विभिन्न विकास कार्यों के लोकार्पण व शिलान्यास कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।उन्होंने कहा कि बीकानेर में भुजिया एवं पापड़ उत्पादन की सैकड़ों इकाइयां संचालित हैं। इनमें लोगों को वृहद स्तर पर रोजगार मिल रहा है। स्थानीय उद्योगों को प्रोत्साहन देना विजन-2030 का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। उन्होंने कहा कि संवाद के दौरान प्राप्त महत्वपूर्ण सुझावों को विजन-2030 डाॅक्यूमेंट में शामिल किया जाएगा।
गहलोत ने कहा कि प्रत्येक प्रदेशवासी की भागीदारी सुनिश्चित करते हुए 5 अक्टूबर 2023 को विजन-2030 डाॅक्यूमेंट जारी किया जाएगा। उसी के आधार पर राज्य सरकार प्रदेश की प्रगति के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लेगी। अभी तक 2.50 करोड़ से अधिक लोगों द्वारा अपने सुझाव दिए जा चुके हैं, जिनका अध्ययन कराया जा रहा है।उन्होंने कहा कि राज्य सरकार लगभग 1 करोड़ लोगों को न्यूनतम 1000 रुपए प्रतिमाह सामाजिक सुरक्षा पेंशन दे रही है।