मूल स्रोतों के अध्यता रहे डॉ. प्रो. राजेंद्र प्रकाश भटनागर

kayastha-Dr-Bhatnagar- was- the- editor- of -the -original -sources-kayasthatoday-udaipur-rajasthan-india

उदयपुर , Oct 1 । लेखक, इतिहासवेत्ता प्रो. राजेंद्र प्रकाश भटनागर ने मेवाड़ के मूल ग्रन्थों, शिलालेखों के आधार पर इतिहास के अनेक नवीन तथ्य उजागर किये।

प्रो भटनागर ने आयुर्वेद व इतिहास की 32 पुस्तकों की रचना कर दोनों विधाओं में महारथ प्राप्त की,आज भी उनकी पुस्तकें शोधार्थियों के लिए महत्वपूर्ण है,मेवाड़ के इतिहास में उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता।मेवाड़ इतिहास परिषद के अध्यक्ष इतिहासकार प्रो. गिरीश नाथ माथुर ने डॉ.राजेंद्र प्रकाश भटनागर की 79 वीं जयंती के उपलक्ष में मेवाड़ इतिहास परिषद द्वारा यहां परिषद कार्यालय पर आयोजित “डॉ राजेंद्र प्रकाश भटनागर का इतिहास व आयुर्वेद में योगदान” विषयक संगोष्ठी को सम्बोधित कर रहे थे ।

मुख्य अतिथि ग्लोबल हिस्ट्री फोरम के अध्यक्ष वरिष्ठ इतिहासकार डॉ.जी.एल.मेनारिया ने कहा कि मेवाड़ के शिलालेखों का आसानी से अध्ययन करने वाले पहले इतिहासकार डॉ.राजेंद्र प्रकाश भटनागर ही थे, वे अनेक भाषाओं के ज्ञाता थे,उन्होंने मेरे साथ यहां अंबेरी गांव के पिपलाज माता मंदिर एवं बेदला गांव के कार्तिक स्वामी के प्राचीन मंदिरों के शिलालेखों का वहां जाकर अध्ययन किया और इतिहास के अन्य मूल स्रोतों से उसका समीक्षात्मक अध्ययन कर उदयपुर की स्थापना तिथि के ऐतिहासिक तथ्यों को उजागर कर नगर के इतिहासकारों को लेकर उदयपुर स्थापना दिवस मनाने की परंपरा प्रारंभ की ,उदयपुर के इतिहास व पुरातत्व जगत में डॉ. भटनागर का योगदान सदैव स्मरणीय रहेगा,उन्हें इतिहासकारों की ओर से हृदय से श्रद्धांजलि है।

संगोष्ठी संयोजक डॉ.संगीता भटनागर ने डॉ.भटनागर की 32 पुस्तकों 750 शोथलेखों 250 आयुर्वेद व इतिहास की रेडियो वार्ताएं तथा 75 काव्य रचनाएं एवं उन्हें मिले राज्य व राष्ट्रीय स्तर के सम्मानों पर “डॉ.राजेंद्र प्रकाश भटनागर की लेखन सामग्री” विषयक डॉक्यूमेंट्री प्रस्तुत की।

ग्लोबल हिस्ट्री फोरम के महासचिव डॉ.आजाद शत्रु शिवराति, राजस्थान आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी संघ के पूर्व अध्यक्ष डॉ. गुणवंतसिंह देवड़ा,अध्यक्ष डॉ.धर्म सिंह बैरवा,कायस्थ महासभा की अर्चना कुलश्रेष्ठ, शोधार्थी राम सिंह राठौड़, तक्षशिला महाविद्यालय की डॉ.नीतू मेनारिया,डॉ.मीनाक्षी मेनारिया ने डॉ.भटनागर द्वारा समाज को दिए गए स्थाई मूल्य की सेवाओं का स्मरण कराया।कार्यक्रम का संचालन महासचिव डॉ.मनोज भटनागर ने किया।