भरतपुर, 5 अप्रैल। राज्यपाल कलराज मिश्र ने देश के सामाजिक और आर्थिक विकास में शिक्षा की महती भूमिका बताते हुए विश्वविद्यालयों में अध्ययन—अध्यापन के साथ—साथ विद्यार्थियों के कौशल विकास पर भी अधिकाधिक ध्यान दिए जाने का आह्वान किया है।
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय ऐसे पाठ्यक्रमों का निर्माण कर उनका प्रभावी प्रसार करे जिससे विद्यार्थी निरंतर नया सीखने और व्यावसायिक दृष्टि से अपने आपको आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रवृत हो सके।
राज्यपाल मिश्र बुधवार को महाराजा सूरजमल बृज विश्वविद्यालय, भरतपुर के तृतीय दीक्षांत समारोह में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने सबके लिए आसान पहुंच, गुणवत्ता के साथ जवाबदेही के आधारभूत स्तंभों पर निर्मित नई शिक्षा नीति की चर्चा करते हुए इसके प्रभावी क्रियान्वयन पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि सीखना ही शिक्षा का विज्ञान होना चाहिए। उन्होंने विश्वविद्यालयों को पढ़ाने की अपनी भूमिका के साथ समाज और राष्ट्र की प्रगति के लिए युवाओं के मार्गदर्शन के लिए भी निरंतर कार्य किए जाने का आह्वान किया।
उन्होंने वर्ष 2020 के शेष रहे तथा वर्ष 2021 के 40 हजार 541 विद्यार्थियों को उपाधियां, एक कुलाधिपति पदक, समाज द्वारा प्रदत्त 3 पदक, 31 स्वर्ण तथा 10 रजत पदकों सहित कुल 45 पदक भी प्रदान किए।