जयपुर, 2 फरवरी । भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ सतीश पूनियां ने कहा कि संसद में पेश केन्द्रीय बजट में आम आदमी, मध्यम वर्ग, गरीब कल्याण, सुरक्षा, किसान, आत्मनिर्भर नौजवान, जनजाति इन तमाम वर्गों का खासतौर पर ध्यान दिया गया है ।
डॉ पूनियां ने आज विधानसभा परिसर में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा कि देश और दुनिया में जब अर्थव्यवस्था की चर्चा होती है, दुनिया के तमाम देश जिनकी अलग-अलग श्रेणियां हैं, लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सुशासन में भारत दुनिया का प्रोग्रेस प्वाइंट बना।आज भारत दुनिया की पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था बना है, 563 लाख करोड़ के विदेश मुद्रा बाजार के कारण इस समय विदेशी मुद्रा के मामले में चैथा नंबर का देश भारत बना है।
उन्होने कहा कि देश में बुनियादी विकास के लिये बहुत सारी कहीं जाती थीं, लेकिन यहां सामान्य इंफ्रास्ट्रक्चर से लेकर जो बाकी बुनियादी सुविधाएं थीं, उस पर ध्यान कम होता था, राजनीति स्लोगन से चलती थी या इमोशन से, लेकिन 2014 से 2023 के इस कालखंड में हमने देखा कि किस तरीके से अर्थव्यवस्था आम आदमी की पहुंच में आयी है।
डॉ पूनियां ने कहा कि कोरोना के कालखंड में लोग यह कहते थे कि कोरोना में सबसे ज्यादा प्रभावित कोई देश होगा, सबसे ज्यादा चुनौतीपूर्ण होगा तो हिंदुस्तान होगा, क्योंकि आबादी बडी, संसाधन कम, लेकिन बावजूद इसके पूरी दुनिया ने देखा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व में भारत वैक्सीन बनाने में आत्मनिर्भर बना।
बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि दुनिया के दूसरे देशों को वैक्सीन देकर वैक्सीन डिप्लोमेंसी के जरिए वसुधैव कुटुम्बकम की भावना को अच्छे तरीके से पुष्ट किया और यही कारण है कि 20 लाख करोड़ के उस समय के आत्मनिर्भर भारत की व्यवस्था के कारण बहुत सारी चीजें मजबूत हुईं।प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना यह एक बड़ा कारक बनी लोगों को संबल देने में कामयाब हुई।
उन्होने कहा कि मोटे तौर पर ऐसी योजनाएं हैं, जिससे आम व्यक्ति का जीवन बदला, मध्यम वर्ग का बदला और कुछ ऐसी चीजें जिससे देश में सुरक्षा हो, स्वास्थ्य हो, चाहे शिक्षा हो, उन मानकों पर देश विकसित देशों की श्रेणी में खड़ा हो, ऐसा इस बजट का भाव दिखता है।सभी तबकों का ध्यान रखा, खासतौर पर देश आत्मनिर्भर कैसे बने, जिसमें दलितों, वंचितों, महिलाओं, आम व्यक्ति को इस कल्याणकारी बजट में विशेष तवज्जो दी गई है।
इस मौके पर जाने माने अर्थशास्त्री शंकर अग्रवाल भी मौजूद थे ।