जयपुर, 19 मार्च। राजस्थान फिल्म पर्यटन प्रोत्साहन नीति के तहत अब तक 6 फिल्मों को सूटेबिलिटी सर्टिफिकेट जारी कर दिए गए हैं।
अधिकारिक सूत्रों के अनुसार राजस्थान में फिल्म निर्माताओं को यहां शूटिंग करने के लिए दो करोड रुपए तक की सब्सिडी दी जा रही है। राजकीय इमारतों और राजकीय स्थलों पर फिल्म शूटिंग चार्ज से निर्माताओं को छूट दी गई है।
उन्होने बताया कि फिल्म शूटिंग के लिए विभिन्न विभागों के चक्कर अब निर्माताओं को नहीं काटने पडते, सरकार का सिंगल विन्डो सिस्टम या एकल खिडकी के द्वारा अब उन्हें अनुमति प्रदान की जाने लगी है। 6 फिल्मों को सूटेबिलिटी सर्टिफिकेट जारी कर दिए गए हैं।
इधर ,राजस्थान पर्यटन को “बेस्ट स्टेट प्रमोटिंग फेयर्स एण्ड फेस्टिवल” व “बेस्ट स्टेट प्रमोटिंग फिल्म टूरिज्म अवार्ड”प्रदान किया गया है। गुरुवार को गुरूग्राम स्थित होटल ग्रेंड हयात में आयोजित अवार्ड समारोह में राजस्थान पर्यटन विभाग के लिए यह अवार्ड नई दिल्ली के रेजीडेंट कमिश्नर धीरज श्रीवास्तव ने ग्रहण किया। एसोसिएशन ऑफ डॉमेस्टिक टूअर ऑपरेटर्स ऑफ इंडिया के अध्यक्ष पीपी खन्ना ने यह अवार्ड धीरज श्रीवास्तव को प्रदान किया।
केंद्रीय पर्यटन व रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट व गोवा राज्य के पर्यटन मंत्री रोहन खूंटे की उपस्थित में ईटी ट्रैवल एण्ड टूरिज्म एनुअल कॉन्कलेव व अवार्ड समारोह पहली बार गुरूग्राम स्थित होटल ग्रेड हयात में आयोजित किया गया।
राजस्थान को बेस्ट स्टेट प्रमोटिंग फेयर्स एण्ड फेस्टिवल व बेस्ट स्टेट प्रमोटिंग फिल्म टूरिज्म अवार्ड मिलने पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए माननीय पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने कहा कि राजस्थान सरकार की नई पर्यटन नीति का ही परिणाम है कि देशी और विदेशी पर्यटक लगातार प्रदेश का रुख कर रहे हैं। फिल्म पर्यटन प्रोत्साहन नीति भी निर्माताओँ और निर्देशकों को पसंद आ रही है।
बेस्ट स्टेट प्रमोटिंग फेयर्स एण्ड फेस्टिवल अवार्ड क्योंः राजस्थान अपने मेलों, उत्सवों और त्यौहारों के लिए विश्वविख्यात है। ऐसे में पर्यटन विभाग अपने स्तर पर मेले औऱ उत्सवों का आयोजन इतने भव्य स्तर व व्यापक पैमाने पर करता है कि देशी औऱ विदेशी पर्यटक इन आयोजनों में शामिल होने के लिए उत्सुक रहते हैं औऱ इनमें शामिल होने के लिए वे पहले से बुकिंग करवाते हैं।
राजस्थान पर्यटन विभाग को बेस्ट स्टेट प्रमोटिंग फेयर्स एण्ड फेस्टिवल का अवार्ड मिलना इस बात को दर्शाता है कि राजस्थान पर्यटन विभाग अपने इन आयोजनों के जरिए परम्पराओँ को जीवित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। गौरतलब है कि राजस्थान पर्यटन विभाग पूरे साल में पचास से अधिक मेले- उत्सव व सांसकृति कार्यक्रमों का आयोजन करता है।
तीज व गणगौर मेला, पुष्कर मेला, मारवाड़ उत्सव, चंद्रभागा मेला, ऊंट उत्सव, पतंग उत्सव, मरू उत्सव, कुम्भलगढ़ उत्सव, धुलण्डी उत्सव,मेवाड़ उत्सव, ब्रजहोली महोत्सव व राजस्थान दिवस समारोह, शेखावाटी उत्सव, थार महोत्सव आदि हैं।