जियोफिजिकल, पेट्रोलोजी एवं रिमोट सेंसिंग गतिविधियां होगी प्रभावी व कारगर- डॉ.अग्रवाल

जयपुर, 12 अक्टूबर। अतिरिक्त मुख्य सचिव माइंस, पेट्रोलियम व जलदाय डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बताया है कि राज्य में करीब दो करोड़ 65 लाख रु. की लागत से जियोफिजिकल, पेट्रोलोजी एवं रिमोट सेंसिंग गतिविधियों को और अधिक प्रभावी और सुदृढ बनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस पर होने वाले व्यय को राजस्थान स्टेट मिनरल एक्सप्लोरेशन ट्रस्ट सेकिया जाएगा।
ACS एसीएस माइंस डॉ. सुबोध अग्रवाल बुधवार को सचिवालय में राजस्थान राज्य खनिज अन्वेषण ट्रस्ट RSMTE आरएसएमईटी की कार्यकारी समिति की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने बताया कि जियोफिजिकल के सुदृढीकरण से अधिक गहराई में उपलब्ध मिनरल्स की संभावित क्वांटिटी, क्वालिटी आदि का वैज्ञानिक तरीके से विश्लेषण किया जा सकेगा वहीं पेट्रोलोजी के सुदृढ़ीकरण से मिनरल रॉक्स के चिन्हीकरण का कार्य और अधिक प्रभावी तरीके से हो सकेगा।
 डॉ.अग्रवाल ने बताया कि इसी तरह से रिमोट सेंसिंग के सुदृढ़ीकरण से ड्रोन आदि अत्याधुनिक साधनों के उपयोग के माध्यम से किस क्षेत्र में कौन कौन से संभावित मिनरल्स है इसका विश्लेषण किया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि इसके लिए आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली गई है।