Jaipur जयपुर 31 दिसंबर ।भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ सतीश पूनियां ने आज कहा कि जिस प्रकार से कांग्रेस के शासनकाल में कांग्रेस के विधायकों के इस्तीफ़े निजी स्वार्थ हेतु हुए, भारतीय लोकतांत्रिक व्यवस्था के प्रतिकूल हैं।
उन्होने कहा कि इस्तीफ़े देकर इस्तीफ़े वापस लेना कांग्रेस के विधायकों के राजनीतिक चरित्र को उजागर करता है।भारतीय जनता पार्टी, राजस्थान के विधायकों के शिष्टमंडल द्वारा विधानसभा अध्यक्ष से इस्तीफ़ों को लम्बित ना रख निर्णय करने का आग्रह किया गया था।
डॉ पूनियां ने कहा कि एक जनहित याचिका उप नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ जी के द्वारा भी माननीय राजस्थान उच्च न्यायालय में प्रस्तुत की गई थी, जो कि माननीय न्यायालय के समक्ष लम्बित है। इस्तीफ़ों को अकारण देना और अकारण वापस लेना, दोनों क़ानूनी और लोकतांत्रिक प्रकिया के विरुद्ध है। कांग्रेस के विधायकों का उक्त कृत्य लोकतंत्र की हत्या है।
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने जारी बयान में कहा कि जनप्रतिनिधि विशेषकर विधानसभा सदस्य द्वारा इस्तीफ़ा देने और वापस लेने की प्रक्रिया संविधान के द्वारा विनियमित होती है। उक्त प्रक्रिया के दौरान सभी संस्थाओं का आचरण संविधान के दायरे में होना आवश्यक है।
उन्होने कहा कि विधानसभा सदस्य को इस्तीफ़ा देने का अधिकार तो संविधान ने दिया है परंतु उस पर निर्णय करने का अधिकार माननीय विधानसभा अध्यक्ष का है और किसी भी परिस्थिति में स्वैच्छिक इस्तीफ़े को वापस लिए जाने का अधिकार सदस्य को नहीं दिया गया है।