हार्निया रोगियों के लिए अच्छी खबर

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Lucknow,लखनऊ23 अगस्त । हार्निया रोगियों को अब नवीन तकनीक की वजह से अपने उपचार पर लाखों रूपए खर्च नहीं करने पडेंगे ।

केजीएमयू अस्पताल KGMU Hospital के चिकित्सकों ने हार्निया उपचार के लिए नवीन तकनीक का इजाद किया है ।इससे लैपोस्कोप के जरिये छोटे सुराख से दो से पांच हजार रूपए की जाली हार्निया रोगियों में प्रत्यारोपित की जा सकेंगी ।केजीएमयू अस्पताल के चिकित्सकों ने प्रायोगिक तौर पर 30 से अधिक हार्निया रोगियों का नवीन तकनीक से उपचार किया है ,जो सफल रहा है ।

केजीएमयू अस्पताल के डा अवनीश कुमार के अनुसार लैपोस्कोप से छोटा सुराख कर जाली लगाई जाती है।यह जाली पेट के भीतर की आखिरी सतह जिसे चिकित्सक शब्दावली मे पैरीटोनियल कहते हैं प्रत्यारोपित की जाती है । उन्होने कहा कि यह जाली आंतो के सम्पर्क में रहती है जिससे आते बाहर नहीं आती हे ।

उन्होने कहा कि यह जाली 25 से 75 हजार रूपए कीमत की होती है ।ऐसे में आपरेशन का खर्च करीब 50 हजार से एक लाख रूपए तक आता था ।अब नई तकनीक से आपरेशन का खर्च आठ हजार रूपए के करीब आएगा ।

डा कुमार ने कहा कि नई तकनीक से संक्रमण की आंशका भी कम है । रोगियों को कम महंगा इलाज के लिए बडा चीरा में लगाई जाने वाली जाली को अब लैपोस्कोपी के जरिये प्रत्यारोपित करने की तकनीक विकसित की गई है ।इस वजह से संक्रमण की आंशका कम रहती है ।