राज्यपाल गलतापीठ में

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जयपुर, 5 नवम्बर। राज्यपाल  कलराज मिश्र शनिवार को गलतापीठ में भगवान श्रीनिवास, श्रीदेवी व भूदेवी के ब्रह्मोत्सव के अंतर्गत कल्याणोत्सव (विवाहोत्सव) के साक्षी बने।  उन्होंने भगवान की पूजा कर देश और प्रदेशवासियों की सुख, समृद्धि और खुशहाली की कामना भी की।
सुसज्जित पालकियों में विराजमान भगवान श्रीनिवास व  भूदेवी-श्रीदेवी  का विधि-विधान से कल्याणोत्सव दक्षिण भारत के विद्वानों द्वारा संपन्न कराया गया। कल्याणोत्सव के अंतर्गत विश्वक्सेन निमंत्रण, पुण्याहवाचन, कल्याणवाचन, महासंकल्प, कन्यादान, माला पलटन आदि कार्यक्रम किए गए। विवाह में वस्त्र, फल, नैवेद्य, आभूषण आदि अर्पित किए गए।
गलता पीठाधीश्वर स्वामी अवधेशाचार्य ने शॉल ओढ़ाकर राज्यपाल का स्वागत किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु और भक्तगण उपस्थित रहे।

 

उत्तर भारत की प्रमुख श्री वैष्णव पीठ श्री गलता जी में गलतापीठाधीश्वर स्वामी अवधेशाचार्य जी महाराज के पावन सान्निध्य में मनाए जा रहे ब्रह्मोत्सव के पांचवें दिन मनाया गया दिव्य व भव्य कल्याणोत्सव।

श्री गलता पीठ के युवराज स्वामी राघवेन्द्र ने बताया कि प्रातः शांति पाठ, पारायण, इसके पश्चात चतुःस्थान अर्चन, मूलमंत्र हवन किया गया। इसके पश्चात हवन की पूर्णाहुति की गई।इसके पश्चात भगवान का कल्याणोत्सव मनाया गया। इसमें विश्वक्सेन आराधना, पुण्यावाचन, रक्षाबंधन, यज्ञोपवीत धारण, पाद प्रक्षालन, वस्त्र धारण, कन्यादान महासंकल्प, मांगल्यधारण व माला पलटन ( भगवान का माला अम्मा जी ने धारण की व भगवान जी की माला अम्मा जी ने धारण की) किया गया, इसके पश्चात आरती व आशीर्वचन, तीर्थ प्रसाद व गोष्ठी हुई।राज्यस्थान के माननीय राज्यपाल  कलराज जी मिश्र ने कन्यादान व वस्त्र समर्पण किया।ड्रोन के माध्यम आसमान से सुगंधित पुष्पों की वर्षा की गई।इसके पश्चात चतुर्वेद आशीर्वचन हुआ। इसके पश्चात भगवान का शेष माला समर्पण किया गया।

कल होगा 21 रजत कलशों से अभिषेक, धारण कराई जाएगी दक्षिण भारत में विशेष रूप से तैयार कराई गई बहुमूल्य रत्न जड़ित मुथांगी।

दक्षिण भारतीय विद्वानों द्वारा संपन्न कराए जा रहे इस महानुष्ठान में आने वाले दिनों में यह सब रहेगा विशेष :–रत्न जडित मुथांगी भगवान् को धारण करायी जायेगी – दक्षिण भारत में भगवान् की रत्न जडित विषेष अति आकर्षक मुथांगी पोषाक तैयार करायी जा रही है जो कि ब्रह्मोत्सव में भगवान् श्रीनिवास, श्रीदेवी व भूदेवी धारण करेंगे।

लाखों की संख्या में श्रद्धालुजन दर्शन करने पहुंच रहे हैं – इस भव्य महोत्सव में नगर, प्रदेश व देश के अनेकों विशिष्ट जनों के साथ–साथ देशभर से श्रद्धालुजन दर्शनार्थ पधार रहे हैं एवं भगवान् की विशेष कृपा के पात्र बन रहे हैं।अनेकों विभिन्न उत्सव व आयोजित किए जाएंगे – नित्य हवन्, दिव्य प्रबन्ध-पाठ, शान्ति-पाठ, वैदिक मन्त्रौच्चारण सहित भगवान् के तिरूमंजन अभिषेक, तीर्थ-भ्रमण, पुष्करणी पूजन, माला-पलटन, कल्याणोत्सव, डोला-उत्सव, पुष्पयाग, सहस्रार्चन, अवाबृथा स्नान आदि उत्सव मनाये जायेंगे।

सैंकड़ों किलों सामग्री उपयोग में ली जाएगी – 7 दिवसीय महोत्सव में नित्य के भोग, तिरूमंजन, हवन, गोष्ठी आदि के लिए सैंकड़ों किलो फल, सब्जियां, दूध, दही, घी, अन्न, मेवे, तिल, फूल, माला, पुष्प आदि उपयोग में लिए जाएंगे।