जयपुर, 11 दिसंबर । हरिदेव जोशी पत्रकारिता और जनसंचार विश्वविद्यालय के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. मनोज लोढा ने कहा है कि वे निर्दोष हैं । उन्हें फँसाकर छवि धुमिल करने का प्रयास किया गया है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस मामले की जाँच में न्या्य के सिद्धान्तों की उपेक्षा की है।
डॉ. लोढा ने कहा कि वे इस विश्वविद्यालय की स्थापना से जुड़े हैं। इसके उत्थान व उन्नति में हरसंभव योगदान किया है। पूर्ववर्ती हरिदेव जोशी पत्रकारिता विश्वविद्यालय और बाद में राजस्थान विश्वविद्यालय के काल में उनकी सेवा के संबंध में कुछ भी अनुपयुक्त नहीं पाया गया । पुर्नस्थापित इस विश्ववविद्यालय में उन्हें तब निशाने पर लिया गया जब उन्होंने प्रशासन की मनमानी का हिस्सा बनने से इंकार कर दिया। तत्कालीन प्रशासन ने पूर्वाग्रह से ग्रसित होकर यह कार्यवाही की है।
डॉ. लोढा ने बताया कि तत्कालीन प्रशासन के नाराज होने पर विश्वविद्यालय में अचानक एक ई-मेल प्राप्त हुई । राज्य सरकार के जारी निर्देश के पश्चात भी प्रशासन ने यह पता करने की कोशिश नहीं की कि शिकायतकर्ता कौन है और शिकायत के क्या् साक्ष्य हैं ? इसके विपरीत तत्कालीन कुलपति श्री ओम थानवी ने अपने कार्यकाल के अंतिम महीने में अहस्ताक्षरित और साक्ष्यविहीन इस शिकायत के आधार पर विश्वविद्यालय में प्रचलित नियम एवं प्रक्रिया को अपनाए बिना ही अत्यंत रूचि लेकर शीघ्रता करते हुए एक तथ्यान्वेषी कमेटी गठित कर दी और उनका कोई पक्ष नहीं सुना गया ।
उन्होने कहा कि बोर्ड ऑफ मैनेजमेण्ट (बोम) के जिन सदस्यों ने इस तथ्यान्वेषी कमेटी की एकतरफा रिपोर्ट को स्वीकार किया, बाद में विशेष प्रार्थना पर विश्वविद्यालय ने उन्हीें में से दो सदस्यों की एक उपसमिति बना दी गई जो पहले से उनके विरूद्ध निर्णय कर चुके थे । डॉ. लोढा के अनुसार यह प्राकृतिक न्याय के सिद्धान्त के प्रतिकूल है और पक्षपातपूर्ण है।
डॉ. लोढा का कहना है कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के नियम के अनुसार विश्वृविद्यालय ने उनके शैक्षणिक अनुभव के साथ इण्डस्ट्री अनुभव को पर्याप्त विधिक परीक्षण के पश्चात स्वीकार किया था। इस प्रक्रिया में उनकी कोई भूमिका नहीं थी। उस समय वे गुजरात के राज्यृ पोषित विश्वाविद्यालय में स्थाई नौकरी कर रहे् थे।
उन्होंने राज्यपाल और मुख्यामंत्री से पत्र लिखकर स्वतंत्र और बाह्य सदस्यों से संपूर्ण प्रकरण की निष्पंक्ष जाँच कराए जाने की मांग की है।
लोगो साभार सोशल मीडिया