सिनेमाई संसार में डुबकियां लगाकर बच्चे हुए बेहद खुश

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जयपुर, 26 अगस्त ।तीन दिनों तक निर्बाध चला फिल्मों का सिलसिलादूसरी ओर नन्हे दर्शकों का उत्साहआनंद और उत्सुकता से भरे प्रश्न। यह अवसर रहा तीन दिवसीय आर्यन इंटरनेशनल चिल्ड्रंस फिल्म फेस्टिवल ऑफ़ जयपुर और 16 इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल्स काजहां शहर के विविध स्कूलों में हज़ारों बच्चों ने दुनिया के अलग – अलग कोनो से आई फिल्मों का भरपूर लुत्फ उठाया।

गौरतलब है कि शहर के 10 स्कूलों – जयश्री पेड़ीवाल स्कूलसंस्कार स्कूलडॉल्फिंस हाई स्कूलमाहेश्वरी पब्लिक स्कूलरयान इंटरनेशनल स्कूल [मानसरोवर,निर्माण नगरजगतपुरा]सुबोध पब्लिक स्कूल और भाभा पब्लिक स्कूल में 34 देशों की 62 फिल्मों का प्रदर्शन हुआ।

जयपुर इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ट्रस्टलार्जेस्ट एण्ड मोस्ट सिक्योर फिल्म लाइब्रेरी और आर्यन रोज़ फाउंडेशन की ओर से की ओर से आयोजित तीन दिवसीय फेस्टिवल में बच्चों ने ना सिर्फ़ बहुत कुछ सीखाबल्कि इस सिनेमाई अनुभव को बहुत एन्जॉय भी किया। दरअसल आज भी ख़ास बच्चों के लिए फिल्म फेस्टिवल्स नहीं के बराबर आयोजित किए जाते हैंऔर ऐसे में छात्र – छात्राओं और शिक्षकों ने फिल्म फेस्टिवल की भरपूर सराहना की।

रयान इंटरनेशनल स्कूल की प्राचार्या सरिता कटियार जयपुर इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल का दिल से शुक्रिया जताते हुए कहती हैं कि यह बेहद शानदार कार्यक्रम रहा। अपने ही स्कूल में बच्चों के लिए अलग – अलग देशों से आई फिल्मों को देखना अद्भुत अनुभव रहा। सरिता बताती हैं कि उनके स्कूल में पहली मर्तबा इस तरह का कार्यक्रम हुआजहां बच्चों ने ना केवल सीखाबल्कि बहुत आनन्द भी उठाया। उन्होने कहा कि बच्चे विजुअल्स के ज़रिए बहुत जल्दी सीखते हैंऐसे में फिल्मों के माध्यम से बच्चों को जो जानकारियां मिलती हैंउन्हें लम्बे समय तक याद रहती हैं। निस्सन्देह इस प्रकार के उत्सवों और प्रयोगों का स्वागत होना चाहिए।

संस्कार स्कूल की प्रिंसिपल नीलम भारद्वाज अपार खुशी जताते हुए कहती हैं कि बीते तीन दिन बच्चों के लिए उत्साह से लबालब रहे। विविध देशों से आई अनूठी फिल्में देखने को लेकर बच्चों में भरपूर उत्सुकता बनी रही। वे मानती हैं कि फिल्मों से बच्चों ने बहुत कुछ सीखा तो है हीसाथ ही इन फिल्मों ने बच्चों को सोचने – समझने और नए विषयों पर मंथन करने के लिए प्रोत्साहित भी किया है।

स्कूली छात्र – छात्राओं ने तीन दिनों तक सिनेमाई संसार में डुबकियां लगाईऔर अपने अनुभव भी बांटे। बच्चों की बातों से साफ़ ज़ाहिर हुआ कि उन्होने बीते तीन दिनों में कितना कुछ सीखा है। ग्रेट स्टोरीज और ग्रेट आइडियाज को बच्चों ने फिल्मों के साथ खूब एन्जॉय किया.

पांचवी कक्षा की छात्रा नवांशी गोयल ने फिल्म डू यू हैव अ विश के बारे में अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि उन्होने फिल्म से बहुत कुछ सीखाऔर बहुत एन्जॉय भी किया। वहीं चौथी कक्षा में पढ़ने वाली आलिशा ने बताया कि उन्होने एक फिल्म से यह सीखा कि कैसे इंसान और जानवर में मित्रता हो सकती है। आलिशा बताती हैं कि उन्होने यह सीखा कि कैसे प्यार देने से ज़िन्दगी में सब कुछ बेहतर हो सकता है।