जयपुर, 29 अक्टूबर।राष्ट्रीय युवा योजना के संस्थापक स्व. एस एन सुब्बाराव “भाईजी” द्वारा अनेकता में एकता का सन्देश देने के लिए, देश की 18 भाषाओं में तैयार “भारत की संतान” कार्यक्रम और विभिन्न प्रान्तों के सांस्कृतिक कार्यक्रमों का यहां सांगानेर बस स्टैंड पर प्रस्तुतीकरण कर देश की एकता व अखण्डता का संदेश दिया गया।

केवल आधे घंटे में विविधता में एकता की भारतीय विशेषता का संदेश मिलता है। भारत की संतान में,विभिन्न भाषाओं, जैसे संस्कृत में सुवर्णा (त्रिपुरा), मणिपुरी में जिया दवे(गुजरात), आसामिया -गायत्री दास (आसाम) , कश्मीरी- सुमन वर्मा (जम्मू कश्मीर), गुजराती -नेनसी दवे (गुजरात) , मलयालम -विष्णुप्रिया (केरल) ,बंगाली – आस्था भगत(पश्चिमी बंगाल), मराठी – सीमा जुनी (महाराष्ट्र), तेलुगू – यश निखिला (तेलंगाना) , सिंधी – ख्याति साधु (छत्तीसगढ़) , उड़ीया – मनश्री जयसिंह (उड़ीसा), नेपाली – पंकज चौहान (हिमाचल) , कोकणी – कन्हैया अमरूते (मध्य प्रदेश) , उर्दू – ज्योति शर्मा (उत्तराखंड), कन्नड़ – मनीष vs (कर्नाटक), पंजाबी – कुलदीप मोरिया (पंजाब), तमिल – एस.ज्ञानमणी ( तमिलनाडू), लहिंदी – काजल कोशिक (हरियाणा) ने प्रस्तुति दी।
रात्रिकालीन कार्यक्रम से पहले सद्भवना रैली के बाद सर्वधर्म प्रार्थना सभा हुई। इस अवसर पर युवा नेता पुष्पेंद्र भारद्वाज, इंडोनेशिया से पद्मश्री इंदिरा उड़ियाना, विनय भाई, मधु भाई, सुकुमारन, शिविर प्रभारी हनुमान सहाय नायला, सामाजिक कार्यकर्ता विशंभर नायला, नेशनल युथ अवार्डी रामदयाल सैन, जितेंद्र खोलिया, सुरेश शर्मा, सतीश, डॉ आनंद, रोशन दिनेश एवं 27 राज्यों के प्रतिभागियों सहित हजारों की संख्या में सांगानेर वासी उपस्थित रहे।
विख्यात गांधीवादी स्व. “भाईजी” की प्रथम पुण्यतिथि पर राष्ट्रीय युवा योजना द्वारा राजस्थान सरकार, भारत सेवा संस्थान व सुबाराव मेमोरियल ट्रस्ट के सहयोग से राज्य कृषि प्रबंध संस्थान दुर्गापुरा में यह शिविर 26 अक्टूबर से शुरू हुआ है और एक नवंबर तक चलेगा।