लुधियाना,12 जनवरी । भारत जोड़ो यात्रा पर निकले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी के साथ पैदल चले कॉमन वेल्थ गेम्स के मेडलिस्ट पहलवान ने राहुल गांधी से मजाकिया लहजे में कहा “लगता है जैसे आप की बॉडी स्टील की है। हम पहलवानी करते हैं फिर भी हमें ठंड लगती है, लेकिन आपको नहीं लग रही है।”
उत्तराखंड हिमालय के मुद्दों के प्रख्यात बुद्धिजीवियों का दल ने काफ़ी देर तक राहुल गांधी से बातचीत की। उन लोगों ने मुख्य रूप से जोशीमठ का मुद्दा उठाया और मांग की कि न सिर्फ़ वहां रह रहे लोगों का पुनर्वास किया जाए बल्कि उनके रोज़गार की भी व्यवस्था की जाए। साथ ही उन्होंने राहुल गांधी को बताया कि किस तरह विकास के नाम पर पहाड़ों को नुक़सान पहुंचाया जा रहा है और हिमाचल की जैव विविधता को नष्ट किया जा रहा है। बातचीत के दौरान सरकार और पूंजीपतियों के बीच साठ-गांठ का भी मुद्दा उठा। राहुल गांधी ने इनकी बातों को गंभीरता से सुना
राहुल गांधी ने बाद में एक जनसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि पंजाबी मदद करने वाले लोग हैं। यहां के गुरुओं ने प्यार करना सिखाया है। गुरु नानक जी ने सिर्फ देश ही नहीं दुनिया को रास्ता दिखाया। यहां हिंसा, नफरत और डर की कोई जगह नहीं होनी चाहिए। यह भाईचारे, मोहब्बत और इज्ज़त का देश है। दिल्ली की सरकार डर फैलाती है। उन्होंने कहा कि किसी ने उन्हें बताया कि लुधियाना, मैनचेस्टर जैसा है, लेकिन यह ग़लत बात है। ऐसा कहना चाहिए कि मैनचेस्टर, लुधियाना जैसा है।
गांधी ने आगे कहा कि बीजेपी सरकार की नोटबंदी और गलत GST जैसी नीतियों से लुधियाना को चोट पहुंची है। नोटबंदी और जीएसटी नीतियां नहीं स्मॉल स्केल इंडस्ट्रीज़ को ख़त्म करने के हथियार हैं। केंद्र सरकार का फोकस सिर्फ़ दो-तीन घरानों पर है। स्मॉल स्केल इंडस्ट्री की तरफ किसी का ध्यान नहीं है। बड़े घराने देश को रोज़गार नहीं दे सकते, लेकिन स्मॉल स्केल इंडस्ट्री दे सकती है। केंद्र स्मॉल स्केल इंडस्ट्री के लिए कुछ नहीं कर रही। अगर स्मॉल स्केल इंडस्ट्री को सहायता मिले तो हम चाइना से मुकाबला कर सकते हैं।