भगवान महावीर के सन्देश आज भी प्रासंगिक: मुख्यमंत्री

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महावीरजी:करौली:, 24 नवंबर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि देश और दुनिया में भगवान महावीर की शिक्षाएं आज भी प्रासंगिक हैं। जहां शान्ति और अहिंसा का वातावरण होता है, वहीं ईश्वर का निवास होता है।

उन्होने कहा सारे विश्व के बुद्धिजीवी भारत की पुरातन संस्कृति का सम्मान करते हैं, जिसका मूल कारण इसमें शान्ति और अहिंसा का निहित होना है। मुख्यमंत्री ने आज यहां पंचकल्याणक महोत्सव एवं महामस्तकाभिषेक समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि पंचकल्याणक महोत्सव का झण्डारोहण कर शुभारम्भ करने का अवसर मिलना सौभाग्य की बात है।

उन्होंने कहा कि भगवान महावीर की शिक्षाओं से प्रभावित होकर ही महात्मा गांधी जी ने सत्य और अहिंसा के विचारों को धारण किया। इन्हीं विचारों से ही देश में स्वतन्त्रता आंदोलन प्रेरित हुआ। राज्य सरकार तीर्थ स्थल महावीरजी के विकास के लिए प्राथमिकता से कार्य कर रही है। श्री महावीरजी मे विगत वर्षो से शिक्षा, चिकित्सा, स्वच्छता सहित अन्य क्षेत्रों मे उत्कृष्ट प्रबन्धन के साथ मूलभूत सुविधाओं का तेजी से विकास किया गया है। श्री महावीरजी मे विगत वर्षो से शिक्षा, चिकित्सा, स्वच्छता सहित अन्य क्षेत्रों मे उत्कृष्ट प्रबन्धन के साथ मूलभूत सुविधाओं का तेजी से विकास किया गया है।

गहलोत ने मन्दिर परिसर में बनाए गए म्यूजियम की सराहना करते हुए कहा कि विशिष्ट शैली में निर्मित इस म्यूजियम में बहुत ही सुन्दर मूर्तियों की स्थापना की गई है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने भगवान महावीर की 24 फीट की प्रतिमा की स्थापना पर बधाई दी।मुख्यमंत्री ने महामस्तकाभिषेक व पंचकल्याणक महोत्सव के ध्वजारोहण के पश्चात मंदिर में भगवान श्रीमहावीरजी के दर्षन कर प्रदेष की खुशहाली की कामना की।