नेट थियेट :जनम लियो यदुरइया, गोकुल में बाजै बधइया

Nand's- joy- on -net- theater-jaipur-rajasthan-india

जयपुर,16 सितम्बर । नेटथियेट क्रार्यक्रमों की श्रृंखला में आज कृष्ण जन्मोत्सव पर ब्रज के कलाकार राधवल्लभ सक्सेना सरस ब्रजवासी ने अपनी मधुर वाणी से कृष्ण जन्म के लोकांचल भजन एवं बधाईयां सुनाकर लोगों को राधाकृष्ण की छवि से साक्षात्कार करवाया।

नेट थियेट के राजेन्द्र शर्मा राजू ने बताया कि सरस ब्रजवासी ने कार्यक्रम की शुरूआत “ब्रज वन्दना यही ब्रजधाम है, विश्व कौ प्राण है “सुनाकर ब्रज संस्कृति को जीवंत किया। उसके बाद उन्होनें कृष्ण जन्म की लीला को सुप्रसिद्ध” जन्म लियो कृष्ण मुरारी ने, भादौ आधी रात जनम लियो ” बडे़ ही मनोयोग से सुनाया।

सरस ब्रजवासी ने बधाई गान  ” जनम लियो यदुरइया, गोकुल में बाजै बधइया ” फिर शंकर भगवान का एक भजन  ” आज ये गोकुल की गलियन में नाचै, योगी भतवालो, अलख निरंजन, खड़ा पुकारे, दखूंगौ यशोदा लाला ” इसके बाद उन्होंने  ” नन्द के आनन्द भयो जय कन्हैया लाला की”  और अंत मे ” वंदे ब्रज वसुंधरा,वंद्दे ब्रज वसुंधरा”  सुनाकर महौल को कृष्णमयी बना दिया।

कार्यक्रम का संचालन ने राहुल गौतम ने किया। ढोलक पर *पावन डांगी*, तबले पर *भानु कुमार राव*, सिंथेसाइजर पर *माधव सक्सेना* और हैंड सोनिक पर ” भवानी डांगी ” ने असरदार संगत कर ब्रज संस्कृति का संगीतमयी रंग जमाया।

स्वदेशी रसोई के निदेशक भूपेन्द्र सिंह शेखावत ने कलाकारो का सम्मान किया। कार्यक्रम में फाइन आर्ट राजापार्क ने कृष्ण की अतिसुंदर छवि मुद्रण कर भेंट की। संयोजक नवल डांगी कैमरा मनोज स्वामी, संगीत सागर गढवाल, दृश्य सज्जा जीवितेश शर्मा, मनीष योगी और अंकित शर्मा नोनू रहे।