बारां, 3 नवम्बर । मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि लोकतंत्र में हिंसा का कोई स्थान नहीं है। समाज में प्रेम और भाईचारा स्थापित करने के लिए प्रधानमंत्री को राष्ट्र के नाम अपील करनी चाहिए।
गहलोत ने आज बारां में एक कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि एक लोकतांत्रिक देश में विपक्ष की भूमिका महत्वपूर्ण है। डॉ. अम्बेडकर द्वारा रचित संविधान में सभी देशवासियों के लिए अभिव्यक्ति की आजादी का अधिकार संरक्षित किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा लोकतांत्रिक व्यवस्था में असहमति जताने के अधिकार का सम्मान किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि संविधान में चुनी हुई सरकारों को समाज के कमजोर तबकों के लिए सामाजिक सुरक्षा उपलब्ध कराने का प्रावधान किया गया है।
उन्होने कहा कि राज्य सरकार सभी वर्गों के लिए सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। केन्द्र सरकार को भी इसी दिशा में कार्य करना चाहिए।