जयपुर, 12 अगस्त। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राजीव गांधी ग्रामीण ओलिंपिक खेल किसी भी राज्य द्वारा आयोजित सबसे बड़ा ऐतिहासिक खेल आयोजन होगा।
29 अगस्त से शुरू होने वाले इस आयोजन में ना कोई विचारधारा होगी, ना कोई धर्म और ना ही कोई जात-पात। यह आयोजन राजस्थान में अभूतपूर्व खेल वातावरण तैयार करेगा, जिससे राजस्थान के गांव-ढाणी की खेल प्रतिभाओं को राज्य स्तरीय मंच मिलेगा और प्रदेश को भविष्य के लिए उभरते खिलाड़ी मिलेंगे।
गहलोत शुक्रवार को मुख्यमंत्री निवास पर राजीव गांधी ग्रामीण ओलिंपिक खेल के संबंध में आयोजित समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मित्रतापूर्ण खेलों से ग्रामीणों में आपसी सामंजस्य और सद्भाव बढ़ेगा। मैदान पर जब दादा-पोता और चाचा-भतीजा खेलने उतरेंगे तो रिश्तों में और मजबूती आएगी तथा गांवों में खेल भावना का विकास होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि रीट परीक्षा के दौरान प्रदेशवासियों ने जिस तरह परीक्षार्थियों की भोजन, आवास और अन्य सुविधाओं के लिए बढ़-चढ़कर सहयोग किया। उसी तरह ओलिंपिक खेलों में भी जन सहभागीदारी रहेगी।
राजीव गांधी ओलिंपिक खेल में लगभग 30 लाख खिलाड़ियों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। इसमें कबड्डी, खो-खो, टेनिसबॉल क्रिकेट, वॉलीबॉल, हॉकी और शूटिंग वॉलीबॉल खेल खेले जाएंगे। ओलिंपिक खेल की मशाल अभी तक 28 जिलों में पहुंच चुकी है। जिलों के बाद विजेता टीमों के बीच राज्य स्तरीय खेल जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में होंगे।