अजमेर,29 जनवरी, सिंधी समाज महासमिति द्वारा युवा पीढ़ी को जोड़ने के लिए सिंध के इतिहास व साहित्य शोध संस्थान् का लोकार्पण फरवरी माह में करने का निर्णय लिया गया।
महासमिति के अध्यक्ष कंवल प्रकाश किशनानी ने बताया कि सिंधी भाषा से युवा पीढ़ी को जोड़ने व सिंध की संस्कृति, सभ्यता, पहनावा, गीत, रहन-सहन, खान-पान, तीज-त्यौहार, शूरवीरों व महापुरूषों का साहित्य उन तक पहुंचाने के लिए सिंध इतिहास एवं साहित्य शोध संस्थान् कोटड़ा, प्रगति नगर स्थित श्री अमरापुर सेवा घर के द्वितीय तल पर प्रारंभ की जायेगी।
उन्होने कहा कि युवा पीढ़ी को सिंधी भाषा में शिक्षा के साथ शोध कर पीएचडी डिग्री, आरएएस, आईपीएस व अन्य प्रतियोगिताओं में सिंधी लिपी व देवनागरी लिपी में साहित्य व पुस्तकों की आवश्कता होगी, महासमिति आग्रह करती है कि जिस बंधुअर के पास अपने बुजुर्गों व स्वयं द्वारा एकत्रित इतिहास उपलब्ध हो तो अमरापुर सेवा घर या स्वामी काम्पलेक्स के तृतीय तल पर भिजवा सकते है। अधिक तादाद में साहित्य, अलमारी व बुजुर्ग फोटो भी दी जाए तो उसे भी वहां पर प्रदर्शित किया जायेगा।
सिंधी लिपि के जानकार देवनागरी में परिवर्तित करने शोध संस्थान् का सहयोग कर सकते है व प्राप्त सभी पुस्तकों का डिजिटल में बदल कर आमजन की उपलब्धता कराने में भी शोध संस्थान अपना कार्य करेगा। साहित्कारों द्वारा लिखे गये खजाने को अगली पीढ़ी तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की जा सकेगी।