कलश यात्रा में शामिल होने से आत्मा होती है पवित्र : मारूतिनंदन शास्त्री

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भादरा ,26 अक्टूबर । कस्बे के श्री कुल्दे दादी मंदिर अतिथि सदन में बुधवार को वृंदावन धाम के कथावाचक श्री मारूतिनंदन शास्त्री जी महाराज के पावन सानिध्य में भव्य कलश यात्रा के साथ श्रीमद भागवत ज्ञान यज्ञ सप्ताह का आगाज हो गया।

कलश यात्रा में भारी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित हुए। इस दौरान महिलाएं सिर पर कलश लिए चल रही थी। कथा का आयोजन महिपाल परिवार के लक्ष्मी ऑयल कंपनी द्धारा अपने पितृ मोक्षार्थ श्रद्धांतर्गत किया जा रहा है। कथा प्रतिदिन दोपहर 2 बजे से प्रारंभ होकर शाम 5 बजे तक चलेगी।

कथा का समापन एक नवंबर को पूर्णाहुति के साथ होगा। कलश यात्रा श्री कुल्दे दादी मंदिर से आरंभ होकर अतिथि सदन पहुंची। आयोजक देवेंद्र प्रकाश महिपाल, सुरेश कुमार महिपाल व श्यामसुंदर नेपाल वाले ने श्रीमद भागवत कथा में अधिक से अधिक संख्या में श्रृद्धालुओं से उपस्थित होने की अपील की।

मुख्य यजमान देवेंद्र प्रकाश-सुधा देवी ने व्यासपीठ का पूजन करके श्रीमद भागवत महापुराण का शुभारंभ करवाया। इस दौरान कथावाचक श्री मारूतिनंदन शास्त्री जी महाराज ने पहले दिन कलश यात्रा के आध्यात्मिक महत्व के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि कलश यात्रा में शामिल होने वाले भक्तों पर भगवान की विशेष कृपा होती है।

कलश यात्रा में तीनों देव ब्रम्हा, विष्णु व महेश के साथ-साथ 33 कोटि देवी देवता स्वयं कलश में विराजमान होते हैं। वहीं कलश यात्रा में शामिल होने वाले जहां से भी ग्राम का भ्रमण करता है। वहीं की धरा स्वयं सिद्ध होती जाती है। जो अपने सिर पर कलश धारण करता है, उसकी आत्मा को ईश्वर पवित्र और निर्मल करते हुए अपनी शरण में ले लेते हैं। जिनके तमाम रोग दोष विकारों का भगवान हरण कर देते है।
भागवत कथा के श्रोता दीपेंद्र कुमार, सिपेंद्र कुमार, पुनीत व विख्यात महिपाल ने बताया कि इसका लाइव प्रसारण सर्व धर्म संगम टीवी चैनल पर रोजाना दोपहर 2 बजे से 5 बजे तक होगा।