
कथा को वर्तमान परिपेक्ष्य एवं भारतीय संस्कृति को दृष्टिगत रखते हुए लिखा जाना चाहिए:-राठौड़
जयपुर, 19 दिसम्बर ।साहित्यकार हनुमान सिंह राठौड़ ने कहा कि कथाओं का लेखन वर्तमान परिपेक्ष्य में भारतीय संस्कृति एवं परंपराओं को दृष्टिगत रखते हुए किया जाना चाहिए । अखिल भारतीय …
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