श्री गलता पीठ में 1 से 7 नवम्बर होगा महानुष्ठान।

There -will- be -a -great- ritual -in -Shri -Galta- Peeth -from 1- to 7- November-jaipur-rajasthan-india

जयपुर, 30 अक्टूबर ।उत्तर भारत की प्रमुख श्री वैष्णव पीठ श्री गलता जी में गलतापीठाधीश्वर स्वामी अवधेशाचार्य जी महाराज के पावन सान्निध्य में भगवान श्रीनिवास, श्रीदेवी व भूदेवी का ब्रह्मोत्सव मनाया जायेगा।

श्री गलता पीठ के युवराज स्वामी राघवेन्द्र ने बताया कि श्री गलता पीठ में गलतापीठाधीश्वर स्वामी अवधेशाचार्य जी महाराज के पावन सान्निध्य में ब्रह्मोत्सव मनाया जायेगा जिसमें भगवान के विभिन्न दिव्य व भव्य उत्सव, आयोजन आदि किये जायेंगे।ब्रह्मोत्सव में विभिन्न उत्सवों व व्यवस्थाओं को लेकर गलतापीठाधीश्वर स्वामी अवधेशाचार्य जी महाराज की अध्यक्षता में मीटिंग आहूत की गई।

श्री गलता पीठ के युवराज स्वामी राघवेन्द्र ने बताया कि 7 दिवसीय महोत्सव के अन्तर्गत मनाए जाने वाले विभिन्न उत्सवों एवं उनके लिए सफाई, सुरक्षा आदि की विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं।

दक्षिण भारतीय संस्कृति होगी साकार – दक्षिण भारत से विद्वान पधारेंगे व वैदिक विधी से पूजा-पाठ, हवन, अनुष्ठान आदि सम्पन्न करेंगे। इसके अतिरिक्त दक्षिण भारतीय पाक-शास्त्री भगवान् को लगने वाले गोष्ठी व अन्य भोग प्रसादी आदि बनायेंगे। दक्षिण भारत से ही भगवान् की माला आदि नित्य मंगाए जायेंगे। दक्षिण भारतीय वाद्यम से सम्पूर्ण श्री गलता तीर्थ गुंजायमान रहेगा। भगवान् को दक्षिण भारत में विशेष रूप से तैयार किये गये आभूषण, वस्त्र आदि धारण कराये जायेंगे एवं दक्षिण भारतीय पात्रों से भगवान् की पूजन, अभिषेक आदि किये जायेंगे।

रत्न जडित मुथांगी भगवान् को धारण करायी जायेगी – दक्षिण भारत में भगवान् की रत्न जडित विषेष अति आकर्षक मुथांगी पोषाक तैयार करायी जा रही है जो कि ब्रह्मोत्सव में भगवान् श्रीनिवास, श्रीदेवी व भूदेवी धारण करेंगे।अमरीका व मुम्बई से वीडियो व फोटोग्राफर आयेंगे – भगवान् के ब्रह्मोत्सव में अमरीका, मुम्बई, स्थानीय व अन्य जगहों से वीडियो व फोटोग्राफर भगवान् के इस दिव्य व भव्य आयोजन को शूट करने के लिये आयेंगे।

लाखों की संख्या में श्रद्धालुजन करेंगे दर्शन – इस भव्य महोत्सव में नगर, प्रदेश व देश के अनेकों विशिष्ट जनों के साथ–साथ देशभर से श्रद्धालुजन दर्शनार्थ पधारेंगे एवं भगवान् की विशेष कृपा के पात्र बनेंगे।अनेकों विभिन्न उत्सव व आयोजित किए जाएंगे – कलश यात्रा से कार्यक्रम का शुभारम्भ किया जाएगा। अंकुरारोपण, ध्वजारोपण, वास्तुहोम, नित्य हवन्, दिव्य प्रबन्ध-पाठ, शान्ति-पाठ, वैदिक मन्त्रौच्चारण सहित भगवान् के तिरूमंजन अभिषेक, तीर्थ-भ्रमण, पुष्करणी पूजन, माला-पलटन, कल्याणोत्सव, डोला-उत्सव, पुष्पयाग, सहस्रार्चन, अवाबृथा स्नान  उत्सव मनाये जायेंगे।

सैंकड़ों किलों सामग्री उपयोग में ली जाएगी – 7 दिवसीय महोत्सव में नित्य के भोग, तिरूमंजन, हवन, गोष्ठी आदि के लिए सैंकड़ों किलो फल, सब्जियां, दूध, दही, घी, अन्न, मेवे, तिल, फूल, माला, पुष्प आदि उपयोग में लिए जाएंगे।जिला प्रशासन, पुलिस, नगर–निगम, स्थानीय व स्वयं सेवकों द्वारा आगन्तुक श्रद्धालुओं की सुविधा व सेवार्थ विशेष सेवाएं दी जायेंगी।

मीटिंग में गलतापीठधीश्वर स्वामी अवधेशाचार्य  महराज की उपस्थिति में व उनकी अध्यक्षता में की गई मीटिंग में श्री गलता पीठ के युवराज स्वामी राघवेन्द्र , पं. ओ. पी. शास्त्री , पं. राकेश कुमार शर्मा , सत्यप्रकाश ज मारवाल, वसुन्धरा , जितेन्द्र  झा, मुरारी  झा, अमित  शर्मा, पं. सांवरमल  त्रिपाठी, अशोक बड़ीवाल, तनुल  बड़ीवाल, हेमन्त  राजौरिया, सुमित्रा  शर्मा, महेन्द्र मथुरिया उपस्थित रहे।