जोधपुर, 12 जनवरी। संवेदनशील, जवाबदेह और पारदर्शी शासन-प्रशासन के जरिये सुशासन के संकल्पों को मूर्त रूप प्रदान करने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मंशा को साकार करने की दिशा में प्रदेश में व्यापक स्तर पर जनसेवा और लोक कल्याण की गतिविधियों का संचालन किया जा रहा है।इससे एक ओर जहाँ आम जन को समस्याओं से मुक्ति का अहसास हो रहा है वहीं प्रदेश सरकार की योजनाओं एवं कार्यक्रमों में जनभागीदारी के निरन्तर विस्तार से विकास के लक्ष्यों को साकार करने में महत्वपूर्ण उपलब्धियां सामने आ रही हैं।
जोधपुर जिले में सरकार के सुशासन के लक्ष्य को पाने के लिए सार्थक प्रयास जारी हैं। इन्हीं में लूणी के उपखण्ड कार्यालय में स्थापित ई मित्र कियोस्क लोक सेवाओं को प्रदान करने में अग्रणी भूमिका निभा रहा है।
क्षेत्र में ई मित्र सेवाओं की उपादेयता भरे अनुभवों से प्रेरित होकर उपखण्ड अधिकारी की अभिनव पहल के अन्तर्गत उपखण्ड कार्यालय व तहसील एक ही परिसर में संचालित है। इस कियोस्क का दोहरा-तिहरा उपयोग होकर यह क्षेत्र भर के ग्रामीणों एवं शहरवासियों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है।
जहाँ राज्य सरकार की सामाजिक एवं आंचलिक सरोकारों से जुड़ी संवेदनशील व जनकल्याणकारी योजनाओं सहित लगभग 600 से अधिक प्रकार की राजकीय सेवाओं के ऑनलाइन आवेदन के साथ ही इनसे लाभान्वित होने की सुविधाएं आमजन को सहजतापूर्वक सुगम एवं सरल तरीके से प्राप्त हो रही हैं। इसे ‘सेवा मित्र’ नाम दिया गया है। इस सेवा मित्र के माध्यम से शहर व गांवों से आने वाले जरूरतमन्दों में आशाओं का संचार होने के साथ ही सरकार की विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित होने का सुकून भी मिलने लगा है।
उपखण्ड कार्यालय में आने वाले ग्रामीणों के पेंशन आवेदन व सत्यापन, पालनहार योजना आवेदन, आधार संबंधित संशोधन, दिव्यांग प्रमाण पत्र आवेदन, चिरंजीवी बीमा एवं अन्य सरकारी योजनाओं के लाभ प्राप्त करने के लिए आवेदन करवाए जाते हैं। इसके साथ ही यथोचित मार्गदर्शन प्राप्त करते हुए विभिन्न विभागों से समन्वय स्थापित कर इन सभी आवेदनों पर त्वरित कार्यवाही सुनिश्चित करते हुए पात्र व्यक्तियों को लाभान्वित कराए जाने का क्रम उत्तरोत्तर उपलब्धियों के साथ निरन्तर जारी है।
उपखण्ड अधिकारी की प्रेरणा और मार्गदर्शन में संचालित यह सेवा मित्र जरूरतमन्दों का सच्चा मित्र सिद्ध हो रहा है। इसके माध्यम से वर्ष 2022 में प्रदत्त की गई सेवाओं ने सुशासन की दृष्टि से कई नए और उपलब्धिमूलक आयामों का दिग्दर्शन कराया है।
इस अवधि में प्रदेश सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं एवं कार्यक्रमों के अन्तर्गत बड़ी संख्या में क्षेत्रवासियों को लाभान्वित किया गया। इनमें 52 व्यक्तियों का पेंशन सत्यापन किया गया। नवीन पेंशन के 5 आवेदनों, मूल निवास जाति प्रमाण पत्र के 72 आवेदनों पर कार्यवाही की गई। जनाधार से संबंधित 20 कार्य, कोविड डेथ क्लेम 04, पालनहार के 02 तथा 06 निःशक्तता प्रमाणपत्र जारी करने का कार्य संपादित किया गया।
उपखण्ड अधिकारी गोपाल परिहार द्वारा लूणी उपखण्ड क्षेत्र के जरूरतमन्द परिवारों को सेवा मित्र के माध्यम से जो राहत का सुकून दिया जा रहा है, उसने आहत को राहत का संदेश संवहित करने के साथ ही सरकार के सुशासन के लक्ष्यों में अहम् भागीदारी निभायी है।इन्हीं में मीरा, मक्का और सुगनी भी हैं जिन्हें सेवा मित्र ने सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने में मदद करते हुए जीवन भर के लिए यादगार सुकून का अहसास कराया है।
लूणी पंचायत समिति अन्तर्गत कंकाणी गांव की विधवा मीरा देवी पत्नी कानाराम ने उपखण्ड अधिकारी के समक्ष उपस्थित होकर सहायता की फरियाद की। उपखण्ड अधिकारी श्री गोपाल परिहार ने इस पर तत्काल संज्ञान लेते हुए सेवा मित्र के माध्यम से आवेदन करवाया और उसी समय पंचायतीराज तथा सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग से समन्वय स्थापित करते हुए हाथों-हाथ विधवा पेंशन स्वीकृत कराकर पेंशन पीपीओ जारी कर पेंशन का लाभ दिलवाया। यही नहीं उनके द्वारा मीरा देवी के बच्चों के लिए पालनहार योजना में लाभान्वित करने की कार्यवाही भी प्रारंभ की। यह सब कार्यवाही इतनी जल्दी हो जाने पर मीरा देवी गद्गद् हो उठी। उसने उपखण्ड अधिकारी के साथ ही मुख्यमंत्री एवं राज्य सरकार का आभार जताया।
धुंधाड़ा गांव की मक्का देवी पत्नी अमरसिंह और धवा गांव की सुगनी देवी पत्नी राम ने इसी तरह का सुकून पाया। उपखण्ड अधिकारी गोपाल परिहार रोजाना ही तरह जब अपने कार्यालय आए तो वहाँ गेट पर बैठी इन दोनों बुजुर्ग महिलाओं को देखकर आने का कारण पूछा। जवाब मिला कि वे ई मित्र के चक्कर काट कर परेशान हो गई है। उनके अंगूठे व आँखों द्वारा सत्यापन नहीं हो पा रहा है और इस कारण उनकी पेंशन बन्द हो गई है। इन बुजुर्ग ग्रामीण महिलाओं की व्यथा को सुनकर उपखण्ड अधिकारी ने हाथों-हाथ सत्यापन करवाकर बन्द पड़ी पेंशन शुरू करवाई। दोनों ही खुशी का पारावार न रहा। सभी को दिल से दूआएं देती हुई खुशी-खुशी अपने घर लौटी।
इस सेवा मित्र के माध्यम से उपखण्ड कार्यालय में आने वाले बड़ी संख्या में ग्रामीणों का ’मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना’ के अन्तर्गत बीमा भी करवाया गया। उपखण्ड अधिकारी श्री गोपाल परिहार द्वारा समझाइश और प्रेरित कर शैतानसिंह(सालावास) और नटरवरलाल (भगतासनी) ने बीमा करवाने हेतु अपनी सहमति तो दी परन्तु विपन्नता के कारण वार्षिक प्रीमियम जमा करवाने में असमर्थता जाहिर की।
इस विवशता को समझते हुए उपखण्ड अधिकारी ने अपनी ओर से दोनों ग्रामीणों का वार्षिक बीमा प्रीमियत करवाकर इस योजना से लाभान्वित कर संवेदनशीलता का परिचय दिया। इसी प्रकार गुडा विश्नोइयां गांव के निवासी दिलीप चाचा की सड़क दुर्घटना में मौत हो जाने पर मुख्यमंत्री चिरंजीव बीमा दुर्घटना योजना में आवेदन करवाया।सेवा मित्र के माध्यम से आहत को राहत मुहैया कराने के लिए भी त्वरित कार्यवाही संपादन को बल मिला। मुख्यमंत्री चिरंजीवी दुर्घटना बीमा के अन्तर्गत लूणी उपखण्ड क्षेत्र अन्तर्गत खुडाला के दो मृतकों के आश्रितों को त्वरित कार्यवाही संपादन करवा कर 5-5 लाख रुपए सहायता राशि से लाभान्वित किया गया।
इस प्रकरण के अनुसार खुडाला निवासी फूली देवी/ओमारम और रणछोड़राम/वेनाराम की झवर फाँटे पर सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। कुछ दिन बाद इनके परिजन ओमारम पटेल ओर वेनाराम ने उपखंड अधिकारी गोपाल परिहार के समक्ष मुख्यमंत्री चिरंजीवी दुर्घटना बीमा हेतु प्रार्थना पत्र दिया। इस पर तत्काल कार्यवाही कराते हुए उपखंड अधिकारी ने कार्यालय में संचालित सेवा मित्र के माध्यम से आवेदन करवाकर चिरंजीवी बीमा का लाभ दिलवाने हेतु समन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया। इस पर दोनों आश्रितों को 5-5 लाख रुपये का लाभ मिला। खुडाला सरपंच श्री गणपत राम और सहायता राशि पाने वाले दोनो आवेदकों और उनके परिजनों ने ने उपखंड अधिकारी के साथ ही इस योजना के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एवं राज्य सरकार के प्रति धन्यवाद व्यक्त किया।
उपखण्ड अधिकारी गोपाल परिहार बताते हैं कि लूणी उपखण्ड क्षेत्र में इसी प्रकार लोक सुविधाओं एवं सेवाओं से आम जन को जोड़ने की दिशा में व्यापक पैमाने पर उपलब्धियां हासिल करते हुए सुशासन के संकल्पों को साकार करने के लिए अनथक प्रयास अहर्निश जारी हैं।