जयपुर, 16 जुलाई ।प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता एवं मजदूर किसान शक्ति संगठन के संस्थापक निखिल डे ने कहा कि जो लोग देश को जाति और धर्म के आधार पर बांट रहे हैं वह सबसे बड़े देश विरोधी है ।
डे आज यहां सूचना एवं रोजगार अधिकार अभियान राजस्थान द्वारा शहीदी स्मारक पर चल रहे धरने को सम्बोधित कर रहे थे ।उन्होंने असम के मुख्यमंत्री हेमंता बिश्वशर्मा के हाल ही दिए गए नफरती बयान की निंदा करते हुए कहा कि “कुछ लोग जो असल में देशविरोधी है वह सत्ता में में बैठे है और वह हमे एक दूसरे से लड़ाने में लगे हुए है और उनके ऐसा करने की मुख्य वजह यह है की वे सत्ता में बने रहना चाहते है”।
सिविल लिबर्टी और ह्यूमन राइट्स संगठन पीयूसीएल की राष्ट्रीय अध्यक्ष कविता श्रीवास्तव जी ने अपने वक्तव्य में बताया कि केंद्र सरकार हर उस व्यक्ति को दबाने का प्रयास कर रही है जो सच्चाई के साथ खड़े हैं उन्होंने संदर्भ देते हुए बताया कि कुछ सामाजिक कार्यकर्ता जो मणिपुर, फैक्ट फाइंडिंग के लिए गए थे, उनके खिलाफ केंद्रीय सरकार ने जघन्य अपराध के मुकदमे दायर कर दिए है। कार्यक्रम को सवाई सिंह ने भी सम्बोधित किया ।