मुंबई,21 दिसंबर। वर्ष 2022 के ‘व्यंग्य यात्रा धर्मवीर भारती स्मृति धर्मयुग सम्मान से राजस्थान मूल के पत्रकार सम्पादक ,कवि विश्वनाथ सचदेव को एवं ‘ व्यंग्य यात्रा धर्मवीर भारती स्मृति बैठे ठाले सम्मान’ प्रखर कार्टूनिस्ट ,चित्रकार कथाकार आबिद सुरती को प्रदान किया जाएगा ।
व्यंग्य यात्रा से संबद्ध वरिष्ठ व्यंग्यकार फारूक आफ़रीदी ने यह जानकारी देते हुए बताया कि श्रीमती पुष्पा भारती, प्रेम जनमेजय,हरीश पाठक,संजीव निगम और सुभाष काबरा की समिति ने सर्व सम्मति से लिया यह निर्णय लिया।
आफरीदी ने बताया कि सम्मान में 31000 रुपए, स्मृति चिन्ह, श्रीफल, शॉल भेंट किया जाएगा। यह सम्मान समारोह 25 दिसंबर को सुबह 11बजे हिंदुस्तानी प्रचार सभा , मुंबई के सभागार में होगा। इसी दिन प्रेम जनमेजय द्वारा सम्पादित एवं प्रलेक प्रकाशन से प्रकाशित “धर्मवीर भारती : धर्मयुग के झरोखे से “का लोकार्पण भी होगा।
विश्वनाथ सचदेव ने लिखा है “सच तो यह है कि भारतीजी जितने बड़े साहित्यकार थे उतने ही बड़े पत्रकार थे। और सच यह भी है कि उनके सारे साहित्य का बड़ा और प्रमुख हिस्सा वही था, जो उन्होंने धर्मयुग का संपादक बनने से पहले रचा। इस दौरान जैसे धर्मवीर भारती और धर्मयुग एक-दूसरे के पर्याय ही बने रहे।”
आबिद सुरती ने लिखा है —‘डब्बू जी’ गुजराती में रिजैक्ट होने के बाद ‘धर्मयुग’ में हिट होने से लगा कि जैकपॉट लग गया।.. भारती जी ने अटल जी से कहा कि आपका परिचय मैं डब्बू जी से करवाता हूं। मुझे बुलाया और बोले कि मिलिये डब्बू जी से तो अटल जी बोले कि आप ही हैं जिनके कारण लोग ‘धर्मयुग’ को उर्दू की तरह पढ़ते हैं।”