RSS- BJP के लोगों ने सीता माता को क्‍यों निकाला नारे से ?:राहुल गांधी

Why- did -the -people- of- RSS-BJP- remove -Sita- Mata- from -the- slogan- Rahul- Gandhi-rajasthan-india

झालावाड:राजस्थान: 5 दिसम्बर । भारत जोडो यात्रा पर निकले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने आज बीजेपी और आरएसएस को आडे हाथों लेते हुए कहा ​कि नारे से आरएसएस और बीजेपी के लोगों ने सीता माँ को क्‍यों निकाला है?

उन्होने आज रात यहां जनसभा को सम्बोधित करते हुए कहा मैं बीजेपी से एक बात पूछना चाहता हूं, आरएसएस से एक बात पूछना चाहता हूं। पहले एक नारा हुआ करता था, पूरे देश में एक नारा चलता था, आपने सुना है, ‘जय सियाराम’। सुना है आपने? सुना है? जय सियाराम, मतलब सीता और राम का नारा। भाईयों और बहनों सीता के बिना राम हो सकते हैं? सवाल नहीं उठता। सीता के बिना राम नहीं हो सकते, राम के बिना सीता नहीं हो सकती हैं।

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उन्होने कहा देखो आप ये बात समझ गए। राजस्‍थान का किसान, राजस्‍थान का मजदूर, ये बात समझ गया। तो अपने नारे से आरएसएस और बीजेपी के लोगों ने सीता माँ को क्‍यों निकाला है? सीता माता को क्‍यों निकाला नारे से? वो कभी जय सियाराम क्‍यों नहीं बोलते? ठीक है, अगर जय श्री राम बोलना है, तो बोलिए, मगर आरएसएस के लोगों को जय सियाराम बोलना पड़ेगा, और वो सीता मां का अपमान नहीं कर सकते हैं।

राहुल गांधी यहीं नहीं रूके उन्होने आरएसएस को घेरते हुए कहा दूसरा नारा है, जो गांधी जी कहते थे, वो शायद सबसे सुंदर नारा है, आपको याद है? ‘हे राम’ ये सबसे गहरा नारा है। ‘हे राम’ का मतलब मैं आपको बताना चाहता हूं। जो शब्‍द गांधी जी ने गोली खाने के बाद कहे थे, तीन बार- हे राम, हे राम , हे राम। उस नारे की गहराई और गांधी जी की सोच, मैं आज आपको बताना चाहता हूं। ‘हे राम’ का मतलब जो राम भगवान थे, उनकी एक सोच थी, उनके दिल में भावना थी, उनका जीने का तरीका था। वो सब का आदर करते थे, वो नफरत किसी से नहीं करते थे, वो सबसे प्‍यार करते थे, सबसे गले लगते थे, उस भावना को हम ‘हे राम’ कहते हैं।

उन्होने कहा जब हम ‘हे राम’ कहते हैं, हम निर्णय करते हैं कि जो राम जी की भावना थी, उस भावना से हम अपना जीवन जीयेंगे। ये है मतलब, ‘हे राम’ का। ये भी नारा आरएसएस के लोग भूल गए हैं। वो कभी ‘जय सियाराम’ नहीं बोलते। सीता को परे कर दिया और हे राम कभी नहीं बोलते, क्‍योंकि वो जो राम भगवान की जो भावना है, उसको नहीं मानते, क्‍योंकि अगर मानते, तो इस देश में जो नफरत फैला रहे हैं, जो हिंसा फैला रहे है, वो कभी नहीं फैलाते। जो किसानों के साथ वो अत्याचार कर रहे हैं, जो युवाओं को वो बेरोजगार बना रहे हैं, जो महिलाओं का वो अपमान कर रहे हैं, वो कभी नहीं करते।

सांसद राहुल गांधी ने कहा मैं आरएसएस के लोगों से कहना चाहता हूँ, आप भगवान राम को समझिए, उनकी भावना, उनके जीने के तरीके को समझिए। उन्‍होंने सिर्फ प्यार की बात की थी, भाईचारे की बात की थी, इज्ज़त की बात की थी, नफ़रत की बात नहीं की थी, हिंसा की बात नहीं की थी। उन्होने जनसभा में मौजूद लोगों से मुखातिब होते हुए जब भी आपको कोई आरएसएस का व्‍यक्ति मिले या बीजेपी का व्‍यक्ति मिले, कांग्रेस के कार्यकर्ता और राजस्थान की जनता उनसे कहो- पहले ‘हे राम’ बोलो और फिर ‘जय सियाराम’ बोलो।